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झारखंड में बड़े पैमाने पर प्रशासनिक फेरबदल, कई जिलों के डीसी-एसपी बदले
रांची। झारखंड सरकार ने सोमवार को बड़े पैमाने पर पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों का स्थानांतरण और पदस्थापन किया है। इसके साथ ही कई जिलों पुलिस अधीक्षक के साथ ही सात जिलों के उपायुक्त भी बदल गये है। राज्य सरकार ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के पदाधिकारियों के अलावा झारखंड प्रशासनिक सेवा (झाप्रसे) के भी कई अधिकारियों का तबादला किया है।
कार्मिक विभाग द्वारा सोमवार को देर शाम जारी अधिसूचना के अनुसार मेदिनीनगर नगर निगम के नगर आयुक्त दिनेश प्रसाद को विशेष सचिव उच्च शिक्षा बनाया गया है, जबकि बोकारो के उपायुक्त राजेश सिंह को विशेष सचिव कृषि पशुपालन विभाग, धनबाद के उपायुक्त उमाशंकर सिह को अभियान निदेशक, एनआरएचएम, अपर सचिव गृह विभाग ए दोड्डे को निदेशक समाज कल्याण , दुमका की उपायुक्त राजेश्वरी बी को सीईओ झारखंड राज्य आजीविका संवर्धन सोसायटी बनाया गया है और उन्हें अपने कार्यां के साथ झारखंड मेडिकल एंड हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट एंड प्रोक्यूरमेंट कॉरपोरेशन लि. का प्रबंध निदेशक का भी अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। एनआरएचएम के अभियान निदेशक रविशंकर शुक्ला को दुमका को उपायुक्त बनाया गया है, वहीं रामगढ़ के उपायुक्त संदीप सिंह को धनबाद का उपायुक्त बनाया गया है। कोडरमा के उपायुक्त रमेश गोरख को प्रबंध निदेशक झारखंड राज्य कृषि विपणन पर्षद के पद पर पदस्थापित किया गया है। चतरा के उपायुक्त दिव्यांशु झा को अगले आदेश तक प्रबंध निदेशक झारक्राफ्ट बनाया गया है और निदेशक हस्तकरघा, रेशम एवं हस्तशिल्प का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।पाकुड़ के उपायुक्त कुलदीप चौधरी को बोकारो का उपायुक्त बनाया गया है, जबकि मनरेगा आयुक्त वरूण रंजन को पाकुड़ का नया उपायुक्त बनाया गया है। हजारीबाग की नगर आयुक्त माधवी मिश्रा को रामगढ़ का उपायुक्त, संयुक्त सचिव आदित्य रंजन को कोडरमा का उपायुक्त, उपविकास आयुक्त गोड्डा अंजली यादव को चतरा का उपायुक्त, अपर जिला दंडाधिकारी विधि व्यवस्था रांची लोकेश मिश्रा को उपविकास आयुक्त कोडरमा, अपर जिला दंडाधिकारी धनबाद चंदन कुमार को उपविकास आयुक्त गोड्डा,संयुक्त सचिव स्कूली शिक्षा गरिमा सिंह को नगर आयुक्त हजारीबाग नगर निगम, संयुक्त सचिव वित्त मेघा भारद्वाज को डीडीसी पलामू, धालभूम के एसडीओ नितीश कुमार सिंह को पर्यटन निदेशक एसडीओ रांची उत्कर्ष गुप्ता को अपर जिला दंडाधिकारी रांची, अनुमंडल पदाधिकारी बरही कुमार ताराचंद को अपर जिला दंडाधिकारी धनबाद, एसडीओ रामगढ़ कीर्तिश्री को निदेशक बियाडा, एसडीओ गिरिडीह को क्षेत्रीय निदेशक आयडा, एसडीओ बुंडू समीरा एस को नगर आयुक्त मेदिनीनगर नगर निगम, प्रतीक्षारत दीपक कुमार दूबे को एसडीओ रांची सदर, दिलीप प्रताप सिंह को एसडीओ चास, सैय्यद रियाज अहमद को एसडीओ खूंटी, सौरभ कुमार को एसडीओ मधुपुर, मो0 जावेद हुसैन को एसडीओ रामगढ़ और संदीप कुमार को एसडीओ धालभूम के पद पर पदस्थापित किया गया है।
आठ आईपीएस अधिकारियों का तबादला, धनबाद के एसएसपी व पलामू के एसपी बदले
राज्य सरकार ने भारतीय पुलिस सेवा के आठ पदाधिकारियों का स्थानांतरण और पदस्थापन किया है। गृह विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार प्रतीक्षारत आईपीएस अधिकारी संजय आनंद लाठकर को एडीजी अभियान बनाया गया है। धनबाद के एसएसपी असीम विक्रांत मिंज, गृह रक्षा वाहिनी एवं अग्निशमन विभाग के डीआईजी नरेंद्र कुमार सिंह को डीआईजी हजारीबाग और डीआईजी कोल्हान राजीव रंजन सिंह को डीआईजी रांची बनाया गया है। डीआईजी रेल शैलेंद्र कुमार सिन्हा को डीआईजी एसीबी, डीआईजी बजट पटेल मयूर कन्हैयालाल को डीआईजी बोकारो, पलामू के एसपी संजीव कुमार को एसएसपी धनबाद और एसीबी के एसपी चंदन कुमार सिन्हा को पलामू का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है।
कई डीडीसी व एसडीओ बदले
राज्य सरकार ने आज झारखंड प्रशासनिक सेवा भी कई अधिकारियों का स्थानांतरण और पदस्थापन किया है। कार्मिक विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार उपविकास आयुक्त पलामू शेखर जमुआर को संयुक्त सचिव गृह विभाग, संयुक्त सचिव गृह विभाग अनिलसन लकड़ा को डीडीसी जामताड़ा, एसडीओ मधुपुर योगेंद्र प्रसाद को सहायक निदेशक नगरी प्रशासन निदेशालय नगर विकास विभाग, उपनिर्वाचन पदाधिकारी देवघर विशालदीप खलखो को एसडीओ गिरिडीह, एसडीओ राजमहल हरिवंश वंडित को भूमि सुधार उप समाहर्ता चाईबासा, कार्यपालक पदाधिकारी बुंडू नगर पंचायत अजय साव को एसडीओ बुंडू, जिला आपूर्ति पदाधिकारी अनिल कुमार यादव को एसडीओ बरही, जिला आपूर्ति पदाधिकारी बोकारो रौशन कुमार साह को एसडीओ राजमहल, सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी हजारीबाग सुषमा बड़ाईक को अवर सचिव राज्य निर्वाचन आयोग, अंचल अधिकारी सिल्ली गिरिजा नंद किस्कू को कार्यपालक दंडाधिकारी पश्चिमी सिंहभूम के पद पर पदस्थापित किया गया है।
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विभिन्न उद्योगों के विकास के लिए रिसर्च एंड डिजाइन टीम का करें गठन -मुख्यमंत्री
लाह और तसर आधारित उद्योगों का बढ़ावा मिले, प्रोससेसिंग यूनिट स्थापित हो
रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि झारखंड में उद्योंगों के विकास के लिए पर्याप्त संभावनाएं हैं. यहां उद्योगों के लिए माकूल वातावरण औ औद्योगिक निवेश को बढावा देने के लिए निवेशकों को सुविधाएं और रियायतें देने की दिशा में सरकार लगातार प्रयास कर रही है. मुख्यमंत्री आज उद्योग विभाग की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में इस बाबत अधिकारियों को कई निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि बड़े उद्योगों के साथ लघु, कुटीर और ग्रामोद्योगों को बढ़ावा देने के लिए विभाग कारगर कदम उठाए. इस मौके पर विभाग की ओर से उद्योंगों के विकास के लिए उठाए जा कदमों की जानकारी मुख्यमंत्री को दी गई.
कृषि आधारित उद्योगों के लिए भी हो सिंगल विंडो सिस्टम
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में कृषि आधारित उद्योंगों खासकर फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं. यहां भी निवेश को बढ़ावा देने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि यहां भी सिंगल विंडो सिस्टम को कारगर तरीके से लागू किया जाए, ताकि यहां आने के लिए निवेशक आकर्षित हो सकें.
झारक्राफ्ट का प्रोफेशनली संचालन हो
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारक्राफ्ट इस राज्य की पहचान है. झारक्राफ्ट के उत्पादों की क्वालिटी अच्छी होने के साथ उसकी मांग भी बहुत है. लेकिन, उस हिसाब से झारक्राफ्ट को बाजार नहीं उपलब्ध हो रहा है. मुख्यमंत्री ने विभागीय अधिकारियों से कहा कि झारक्राफ्ट को प्रोफेशनल तरीके से संचालित करने की जरूरत है. इसके उत्पादों के लिए विशेषज्ञों की टीम के साथ मार्केट स्टैटजी को नए सिरे से बनाएं, ताकि झारक्राफ्ट् के उत्पादों को बेहतर और सुलभ बाजार मिल सके. उन्होंने यह भी कहा कि झारक्राफ्ट से जुड़े कारीगरों के वर्किंग कंडीशन को बेहतर बनाया जाए. उनकी मैपिंग करने के साथ उन्हें मार्केट स्टैटजी की जानकारी भी दें.
उद्योंगों की संभावनाएं तलाशने के लिए रिसर्च टीम का हो गठन
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में लाह और तसर समेत कई अन्य उद्योंगों के लिए काफी संभावनाएं हैं, लेकिन इनका अपेक्षित विकास नहीं हो पाया है. ऐसे में उद्योगों के लिए यहां क्या संभावनाएं हैं. उन्हें किस तरीके से स्थापित किया जा सकता है. इसका विभाग आकलन करे. इस दिशा में बइस बाबत रिसर्च एंड डिजाइन टीम का गठन करें, ताकि बेहतर परिणाम सामने आ सकें.
लाह और तसर उत्पादों के लिए प्रोसेसिंग यूनिट बने
मुख्यमंत्री ने कहा कि लाह औऱ तसर के उत्पादन में झारखंड देश का अग्रणी राज्य है. लेकिन, इन उत्पादों का अपने राज्य में बेहतर तरीके से इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है. ऐसे में लाह औऱ तसर आधारित उद्योगों को विशेष तौर पर बढ़ावा मिलना जरूरी है. उन्होंने कहा कि लाह और तसर उत्पादों के लिए यहां प्रोसेसिंग यूनिट बनाने की दिशा में विभाग योजनाबद्ध तरीके से पहल करे.
अनुसूचित जाति और जनजाति के उद्यमियों को मिले बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के उद्यमियों को बढ़ावा देने पर सरकार का विशेष जोर है. उन्होंने कहा कि इन उद्यमियों को उद्योग स्थापित करने के लिए सुविधाएं और रियायतें दी जा रही है. इस मौके पर विभागीय सचिव ने बताया कि राज्य में बन रहे इंडस्ट्रियल पार्कों में इन्हें जमीन अलॉटमेंट में प्राथमिकता के साथ रियायतें भी दी जा रही है, ताकि वे अपने उद्योंगों को स्थापित करने के साथ बेहतर तरीके से संचालित कर सकें.
इस बैठक में मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, उद्योग विभाग की सचिव सचिव पूजा सिंघल, निदेशक जितेंद्र कुमार सिंह और मुख्यमंत्री लघु एवं कुटीर उद्योग बोर्ड के सीईओ श्री अजय कुमार मौजूद थे.
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किसानों की कर्ज माफी के लिए बैंकों को दिये 980 करोड़-बादल
सभी किसानों को सॉयल हेल्थ कार्ड और केसीसी उपलब्ध करायेगी सरकार
रांची।राज्य के कृषि मंत्री बादल ने कहा कि सरकार प्रदेश के किसानों को संपन्न बनाने तथा रिकार्ड कृषि उत्पादन की दिशा में सरकार तेजी से काम कर रही है। किसानों को समय पर बीज उपलब्ध कराने व यूरिया की समयबद्ध सप्लाई के लिये कृषि विभाग ने पूर्व से तैयारी कर रखी थी, उसे अब अमलीजामा पहनाया जा रहा है। कृषि मंत्री आज रांची के नेपाल हाउस स्थित एनआईसी में आयोजित राज्यस्तरीय कार्यशाला में राज्य के सभी जिला कृषि पदाधिकारियों और विभाग से जुड़े पदाधिकारियों को संबोधित कर रहे थे।
किसानों की कर्ज माफी के लिए बैंकों को दिये 980 करोड़
कृषि मंत्री बादल ने कहा कि अब तक 2 लाख 46 हजार किसानों की कर्ज माफी के लिये बैंकों को 980 करोड़ रुपये कृषि विभाग ने उपलब्ध करा दिया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में कृषि विभाग इस बार पूरी तरह से कमांडिंग मोड में है। उम्मीद है कि पांच साल के इस कार्यकाल में सरकार राज्य के 24 लाख किसानों को आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनाने में सफलता हासिल करेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में कृषि क्षेत्र में कई क्रांतिकारी बदलाव हुए हैं और आगामी वर्षों में हम देश के उन चुनिंदा कृषि प्रदेशों में शामिल होंगे, जो कृषि उत्पादन के क्षेत्र में खास स्थान रखते हैं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष समय पर बीज वितरण का कार्यक्रम पूरी पारदर्शिता के साथ किया गया। साथ ही यूरिया का वितरण भी सभी किसानों के बीच किया जा रहा है। उन्होंने खरीफ के मौसम में किसानों को प्रोत्साहित करने के लिये सभी प्रखंडों और जिला स्तर पर जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में कार्यशाला के आयोजन का निर्देश दिया। कहा, इससे कृषि से जुड़ी सभी तरह की तकनीकी जानकारी किसानों की सुलभ होगी। उन्होंने निर्देश दिया कि खरीफ उत्पादन के लक्ष्य को 72 लाख मीट्रिक टन से आगे बढ़ा कर 100 लाख मीट्रिक टन करने के उद्देश्य से कार्य करें। बीएयू के प्रयासों की सराहना करते हुए बादल ने कहा कि नई तकनीक और परंपरागत कृषि के संयुक्त प्रयासों से ही हम कृषि उत्पादन में आत्मनिर्भर बनने की ओर अग्रसर हैं।
कृषकों को योजनाओं का मिले लाभः अबू बक्कर
कार्यशाला में विभागीय सचिव अबू बक्कर सिद्दिकी ने कहा कि किसानों को सरकार की योजनाओं का लाभ मिले, इसके लिये पदाधिकारी, कृषि मित्र और जनसेवक किसानों से मिलें और उनकी जरूरतों के मुताबिक कृषि उत्पादन के संसाधन उपलब्ध करायें। उन्होंने कहा कि जनसेवक अब जिला कृषि पदाधिकारी के अधीन रहेंगे। श्री सिद्दिकी ने कहा कि फसल राहत योजना के तहत किसानों का रजिस्ट्रेशन अवश्य करायें, ताकि फसल का नुकसान होने पर उसकी भरपाई की जा सके। वहीं हॉर्टीकल्चर के लिये प्रोग्रेसिव किसानों को ई- मार्केटिंग से जोड़ने का निर्देश दिया। कृषि सचिव ने कहा कि खेती योग्य जमीन के दायरे को बढ़ाना है। राज्य में करीब 10 लाख हेक्टेयर के गैप को कम करने की जरूरत पर बल दिया। साथ ही किसानों को मल्टीक्रॉपिंग के लिये प्रोत्साहित करने और उनकी मांग के अनुरूप बीज, खाद और कृषि यंत्र उपलब्ध कराने का प्रयास करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जिले में अलग-अलग विभागों द्वारा बने तालाब, डैम नहर के अगल बगल की जमीन पर खेती सुनिश्चित करें। वहीं जरूरत के मुताबिक सिंचाई योजना की रूपरेखा भी तैयार करें।
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अर्जुन मुंडा ने राज्यमंत्रियों व मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक् की
रांची। जनजातीय कार्य मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने आज नई दिल्ली में अपने मंत्रालय के दोनों सहयोगी राज्यमंत्रियों के साथ मंत्रालय के सचिव एवं संयुक्त सचिवों के साथ समीक्षा बैठक की। श्री मुंडा ने बताया कि आगामी दिनों में जनजातीय मंत्रालय द्वारा ली जाने वाली महत्वपूर्ण निर्णयों के बारे में विस्तार से चर्चा हुई।